एलएलबी कोर्स करने के लिए स्टूडेंट्स को किसी भी स्ट्रीम से 12वीं या ग्रेजुएशन होना चाहिए। साथ ही उनके मार्क्स 50 से 60 प्रतिशत के बीच होने चाहिए।हालांकि बहुत से Law कॉलजों में 45 से 50 प्रतिशत अंक पाने वाले कैंडिडेट को भी एडमिशन मिल जाता है। जिसके बाद LLB Course me एडमिशन लिया जा सकता है।
एलएलबी क्या है
एलएलबी की फुल फॉर्म बैचलरऑफ लेजिस्लेटिव ला होती है। यह Law में बैचलर डिग्री होती है। 12th के बाद ये 5 बर्ष का कोर्स होता है और ग्रेजुएशन के बाद 3 बर्ष का कोर्स होता है।
12 वीं के बाद एलएलबी कैसे करें
जो स्टूडेंट्स 12वीं के बाद एलएलबी कोर्स करना चाहते हैं तो वे लोग 12वीं के बाद एलएलबी की डायरेक्ट डिग्री नही कर सकते हैं, इसके बजाय उनको बीए-एलएलबी कोर्स करना होगा। जोकीं LLB के बराबर ही मान्य होता है। बस फर्क इतना होता है कि एलएलबी ग्रेजुएशन के बाद होता है और BA- LLB को 12th के बाद किया जा सकता है।
बीय एलएलबी के अलावा आप BBA- LLB और B.Com एलएलबी भी 12वीं के बाद कर सकते हैं। बीबीए एलएलबी उन लोगों के लिए हैं जो मैनेजमेंट सेक्टर में जाना चाहते हैं और बीकॉम एलएलबी उनके लिए अच्छा है, जो वाणिज्यिक फील्ड में वकालत करना चाहते हैं। फिलहाल ये सभी Law की डिग्री। बीबीए एलएलबी और बीकॉम एलएलबी ये प्रोफेशनल कोर्स माने जाते हैं। जिनमे रोजगार के अवसरों की कमी नही है। इन सभी की अवधि 5 साल होती है।
ग्रेजुएशन के बाद एलएलबी कैसे करे
जो कैंडिडेट किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन कर चुके हैं, वे ग्रेजुएशन के बाद 3 बर्षीय LLB कोर्स कर सकते हैं। इसके लिए कैंडिडेट के ग्रेजुएशन में 50 से 60 प्रतिशत के बीच अंक हो तो ज्यादा अच्छा है, जिससे आपको एडमिशन मिलने में थोड़ा आसानी हो सकती है, वो भी उन कॉलजों में, जिनमे Admission मेरिट के आधार पर मिलता है।
एलएलबी में एडमिशन कैसे ले
अगर आपका सपना इंडिया के बेस्ट कॉलजों से LLB करने का है, तो इसके लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम क्वालीफाई करने की जरूरत होगी। अगर आप साधारण तरह के कॉलेज से ही LLB करना चाहते हैं तो वंहा पर आपको डायरेक्ट ही एडमिशन मिल सकता है। लेकिन नामी और रेपुटेड कॉलजों में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से ही एडमिशन मिलेगा। चलिये हम आपको प्रमुख Entrance Exam के बारे में बताते हैं, जिनके द्वारा आप इंडिया के वेस्ट Law कॉलजों में एडमिशन पा सकते हैं।
सर्वश्रेष्ठ कानून प्रवेश परीक्षा
- CLAT
- AILET
- LSAT
- MH CET Law
- AMU Law
- AP LAWCET
- ILSAT
- ULSAT
- TS LAWCET
- KLEE
- SLAT
- DU LLB
- CUSAT
एलएलबी की फीस कितनी होती है?
एलएलबी कोर्स की फीस अलग- अलग कॉलजों में अलग- अलग होती है। इस कोर्स की औसत फीस 20 हजार से लेकर 1 लाख प्रतिबर्ष तक होती है। यदि आप LLB गवर्नमेंट कॉलेज से करते हैं तो आप 10 से 30 हजार सालाना में कर सकते हैं, वंही अगर निजी संस्थानों से करते हैं तो वंहा पर 40 हजार से 1 लाख तक फीस हो सकती है।
एलएलबी में करियर स्कोप क्या है
एलएलबी एक ऐसा कोर्स हैं, जिसमे जॉब से लेकर अपना स्वरोजगार भी किया जा सकता है। अगर किस कारणवश आपको जॉब नही मिल पाती है या आप जॉब नही करना चाहते हैं तो आप आप डिस्ट्रिक्ट कोर्ट या हाई कोर्ट में वकालत भी कर सकते हैं। LLB के बाद आप सरकारी और प्राइवेट दोनों सेक्टरों में जॉब कर सकते हैं। चलिये इसमे कैरियर के सभी ऑप्शन के बारे में डिटेल में जानते हैं-
Litigation Lawyer (वकालत)
BA LLB पूरा करने के बाद, सबसे ज्यादा छात्र खुद की कोर्ट में वकील के तौर पर प्रैक्टिस करना ज्यादा पसंद करते हैं। इस कोर्स के बाद कैंडिडेट देश में किसी भी अदालत (कोर्ट) Advocate के तौर पर प्रैक्टिस कर सकते हैं।
वकालत करने के इच्छुक उम्मीदवार को भारत के किसी भी स्टेट बार काउंसिल में Advocate के तौर पर अपना नामांकन करवाना होता है। जिसके बाद फिर वो अखिल भारतीय बार किबपरीक्षा में शामिल हो सकते हैं। परीक्षा पास करने के बाअदबउम्मीदवार भारत में कहीं भी, वकील के तौर की प्रैक्टिस कर सकते हैं।
कॉर्पोरेट सेक्टर में नौकरी कर सकते हैं (Job in Corporate Industries)
एलएलबी करने के बाद कॉर्पोरेट सेक्टर बहुत ही ग्रोइंग और हाई पेइंग सेक्टर माना जाता है। कारपोरेट क्षेत्रों में आप बैंकों और वित्तीय सेवा विभाग, मानव संसाधन विभाग, वित्त और लेखा विभाग, पर्यटन उद्योग, सप्लाई चेन मैनेजमेंट (SCM), इनवेस्टमेंट बैंकिंग, ई-कॉमर्स उद्योग, फार्मा इंडस्ट्री, हैस्पिलिटी इंडस्ट्री, टेलीकॉम इंडस्ट्री, फाइनेंस सेक्टर, मनोरंजन सेक्टर, मीडिया सेक्टर, आदि कारपोरेट सेक्टरों में से किसी को जॉइन कर सकते हैं।
फिलहाल आजकल हर बड़े बिजनेसमैन को अपने बिजनेस के कानूनी कामकाज को देखने के लिए law Expert की जरूरत होती है। जिस वजह से इसमे कैरियर की बेहतरीन ऑपर्चुनिटी होती है। यंहा पर आपको अपनी कंपनी के सभी कानूनी काम- काज देखने होते हैं।
Judge (न्यायाधीश)
न्यायधीश (judge) भारत की सबसे ज्यादा सम्मानित सरकारी नौकरियों में से एक है। इसके लिए कैंडिडेट को न्यायपालिका की परीक्षा में शामिल होना पड़ता है है। परीक्षा पास करने के साथ ही कैंडिडेट को उच्च न्यायालय में बतौर वकील 7 से 10 साल का अनुभव भी होना चाहिए। फिर इसके बाद आप जज की पोस्ट के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
इसके लिए आपको ध्यान रहे, कि उम्मीदवार की उम्र 45 वर्ष से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। अलग-अलग न्यायपालिका की परीक्षाओं में आप तब ही शामिल हो सकते हैं, जब आप उस राज्य के मूल निवासी हों या फिर वो परीक्षा नेशनल स्तर पर आयोजित की जाए।
Legal Advisor (कानूनी सलाहकार)
एलएलबी की डिग्री धारक के लिए कानूनी सलाहकार का काम बड़ी कंपनी या संगठन को बिजनेस से संबंधित कानूनी सलाह देना होता है। कानूनी सलाहकार की जिम्मेदारी अपने बिजनेस के लिए एग्रीमेंट्स तैयार करना, कानूनी बातचीत करना, कंपनी से कॉर्पोरेट कानूनों का पालन करवाना होता है। साथ ही कर्मचारियों के साथ- साथ मैनेजमेंट से जुड़े विवादों में अपने संस्थान को कानूनी सलाह देना होता है।
किसी भी संगठन में कानूनी सलाहकार बनने के लिए, कैंडिडेट को बार काउंसिल ऑफ इंडिया के द्वारा जारी ‘सर्टिफिकेट ऑफ प्रैक्टिस’ के साथ ही एक योग्य वकील के गुण आप मे होना चाहिए। इसके उस क्षेत्र का कुछ अनुभव भी जरुरी होता है, जिसमें कि वह कानूनी सलाह देता है।
Company Secretary (कंपनी सचिव)
लॉ की डिग्री हासिल करने के बाद कैंडिडेट के लिए कंपनी सेक्रेटरी भी एक बहुत अच्छा विकल्प होता है। कंपनी सचिवों या कंपनी सेक्रेटरी को कंपनी को चलाने के अहम पहलुओं के साथ ही कानूनी मामलों की भी अच्छी समझ होनी चाहिए। इसलिए बीए एलएलबी, बीकॉम एलएलबी, बीबीए एलएलबी जैसी लॉ की डिग्री रखने वाले छात्रों के पास में कंपनी सेक्रेटरी बनने का एक बेहतरीन विकल्प होताहैं।
इसके लिए उम्मीदवारों को CS यनांकि कंपनी सेक्रेटरी में एक सर्टिफिकेट कोर्स करना पड़ता है। जिसकी पढ़ाई इंडिया में केवल इंडियन कंपनी सेक्रेटरी इंस्टीट्यूट (ICSI) ही करवाता है।
लॉ में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री (LLM)
अगर आप एलएलबी के बाद हायर एजुकेशन के सेक्टर में जाना चाहते हैं तो LLM करना आपकें लिये एक अच्छा विकल्प हो सकता है, अक्सर लॉ के स्टूडेंट्स आमतौर पर LLB के बाद LLM करना पसन्द करते हैं।
ये एक स्पेसलाइजेशन बेस्ड डिग्री होती है, जिसमें आप अपनी पसंद के अनुसार विशेषज्ञता का चयन करते हैं। अगर आप शिक्षा क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक हैं तो इसके लिए लॉ मे पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद, UGC-NET या किसी भी राज्य की CET को पास करना होता है। एलएलएम लॉ टीचर बनने के लिए एक अच्छा कैरियर ऑप्शन है।
MBA (बिजनेस मैनेजमेंट में मास्टर्स)
एमबीए इन लॉ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में एक मास्टर डिग्री है। जिसमें लॉ पर विशेष फोकस किया जाता है। एमबीए लॉ डिग्री में स्टूडेंट्स को कॉर्पोरेट वित्त, रणनीतिक प्रबंधन, संगठनात्मक व्यवहार, टैक्सेशन और कॉन्सिट्यूशनल लॉ सहित कई अन्य विषयों के बारे में पढ़ाया जाता हैं। कॉर्पोरेट सेक्टर में लॉ और मैनेजमेंट वाले डिग्री होल्डर्स की ज्यादा डिमांड होती है।
एलएलबी करने के बाद नौकरी के विकल्प
अगर आप एलएलबी के बाद किसी भी संगठन या संस्थान में जॉब करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको LLB के बाद इंटर्नशिप करनी होती है। फिर इंटर्नशिप पूरी करने के बाद आप जॉब कर सकते हैं।
Cyber Law में कैरियर
इंटरनेट टेक्नोलॉजी जैसे कि स्मार्टफोन और कंप्यूटर के बढ़ते उपयोग के कारण साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहे है। एक साइबर लॉयर अपने क्लाइंट के लिए साइबर क्राइम का केस फाइल करता हैं और साथ ही उसकी पैरवी करता हैं।
मोबाइल व इंटरनेट व कंप्यूटर और इंटरनेट के बढ़ते उपयोग की वजह से देश में साइबर क्राइम की घटनाएं भी तेजी से बढ़ रही हैं। यही वजह है कि साइबर क्राइम के फील्ड में अवसरों की कमी नही है। इसमे गवर्नमेंट और प्राइवेट दोनों सेक्टरों में जॉब के अच्छे अवसर होते हैं।
Legal Researcher बन सकते हैं।
एलएलबी करने के बाद उम्मीदवार किसी बड़े वकील के साथ या लीगल फर्म में लीगल रिसर्चर के तौर पर कैरियर शुरू कर सकते। लीगल रिसर्च का काम ये है कि वह विभिन्न तरह के केसों का बहुत बारीकी से अध्ययन करते है और उनको जीतने के रास्तों को ढूंढते है। इसलिए बहुत सारे बड़े बड़े वकील अपने यंहा पर केस अध्ययन के कार्य लिए लीगल रिसर्च को नौकरी में रखते हैं।
लीगल रिसर्चर बनने का फायदा ये है कि इसमें आपकी वकालत की अच्छी प्रैक्टिस भी होती है और साथ ही आप भिन्न तरह के केशों भी हैंडल करते हैं। जिससे आपको कानून अच्छे से समझ हो जाती है।
Politics में जा सकते हैं।
जितनी भी राजनीतिक पार्टियां होती हैं, इन सभी को कानूनी सलाहकार की जरूरत होती है। पॉलिटिक्स के फील्ड में आपको लीगल एडवाइजर के तौर पर काम करना पड़ता है। पार्टियों को उनके हित मे कानूनी सलाह देने काम करना होता है और पार्टियों के कानूनी मामलों को हल करना होता है। इसके अलावा आप राजनीतिक पार्टियों में कानूनी प्रवक्ता के तौर पर भी कार्य कर सकते हैं।
LLB के बाद Journalist बन सकते हैं?
एलएलबी कोर्स करने के बाद आप न्यूज़ चैनल्स और न्यूज़ पेपर में जर्नलिस्ट के तौर पर कार्य कर सकते हैं।
Best College for LLB
- LLB College in India
- नेशनल लॉ इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी
- बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ बेंगलुरु
- दिल्ली यूनिवर्सिटी
- इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी दिल्ली
- डॉ राममनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी लखनऊ
- नलसर यूनिवर्सिटी हैदराबाद
- गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी
- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी अलीगढ़
- क्राइस्ट यूनिवर्सिटी
- नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी कोच्चि
- नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जोधपुर
- जामिया मिलिया इस्लामिया न्यू दिल्ली
- नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी गुजरात
- बंगलोर यूनिवर्सिटी
- कलकत्ता यूनिवर्सिटी
- ओस्मानिया यूनिवर्सिटी हैदराबाद
- चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी
- इलाहाबाद यूनिवर्सिटी
- सिम्बोसिस यूनिवर्सिटी पुणे
LLB संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न-
प्राइवेट एलएलबी कैसे करें (How Do Private LLB)
अगर आप प्राइवेट संस्थानों से LLB करना चाहते हैं तो ज्यादातर प्राइवेट Law कॉलजों में आपको डायरेक्ट ही एडमिशन मिल जाएगा। जो ज्यादा अच्छे प्राइवेट कॉलेज होते हैं, उनमें एडमिशन के लिए आपको उस यूनिवर्सिटी की प्रवेश परीक्षा देनी पड़ती है।
एलएलबी के लिए अधिकतम आयु सीमा (Age Limit for LLB Course)
एलएलबी करने के लिए उम्र सीमा की कोई बाध्यता नही होती है। किसी भी उम्र के ग्रेजुएट लोग LLB और 12th पास लोग BA- LLB कर सकते हैं।
एलएलबी की 1 साल की फीस कितनी होती है?
एलएलबी की एक साल की फीस 10 हजार से लेकर 1 लाख तक हो सकती है। ये डिपेंड करता है कि आप गवर्नमेंट कॉलेज से कर रहे हैं या प्राइवेट कॉलेज।
What can become of LLB (एलएलबी से क्या बन सकते हैं?)
एलएलबी करने के बाद आप एडवोकेट, जज, कानूनी सलाहकर, कंपनी सेक्रटरी, लीगल एनालिस्ट, कारपोरेट एडवोकेट आदि बन सकते हैं।
एलएलबी कोर्स कितने साल का होता है? (LLB Course duration)
ग्रेजुएशन के बाद LLB तीन साल की होती है और 12वी के बाद एलएलबी 5 साल की होती है।
एलएलबी करने के लिए कौन सी डिग्री चाहिए? (Degree for LLB)
एलएलबी करने के लिए कैंडिडेट किसी भी संकाय से ग्रेजुएट होना चाहिए। फिलहाल 12th के बाद भी BA- LLB, बीकॉम एलएलबी, बीबीए एलएलबी किये जा सकते हैं।
वकील बनने के लिए कितना खर्च आता है?
वकील बनने में वकालत की पढ़ाई करने में 10 हजार से लेकर 1 लाख सालाना खर्च आता है।
Full Form of LLB in Hindi (एलएलबी का फुल फॉर्म)
एलएलबी का फुल फॉर्म Bachelor of Legislative Law (LLB) होती है।
एलएलबी करने के लिए कौन से सब्जेक्ट होना चाहिए? (Subject for LLB)
एलएलबी करने के लिए किसी भी सब्जेक्ट से कैंडिडेट ग्रेजुएशन होना चाहिए या किसी भी सब्जेक्ट से 12th होना चाहिए।
LLB और BA- LLB में क्या अंतर है?
दोनों ही कोर्स लॉ की बैचलर डिग्री कोर्स हैं। LLB ग्रेजुएशन के बाद किया जाने वाला कोर्स है। ये तीन साल का होता है। लेकिन BA LLB 12वीं के बाद किया जाता है और इसकी अवधि 5 साल होती है। (LLB kaise kare).
एलएलबी का एडमिशन कब होता है?
एलएलबी में आवेदन की प्रक्रिया मार्च से लेकर लगभग जून तक चलती है और एडमिशन जून से लेकर अगस्त तक चलते रहते हैं।
Source: Kaisebanehindi.in

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